VIDWAN ID | : 545221 Vidwan Profile |
Directorate Employee ID | : DHEUP-118 |
Qualification | : MA, UGC-NET, Ph.D. |
Date of Joining | : 22 December, 2006 |
Experience | : 17 Years |
: drumasingh115@gmail.com | |
Curriculum Vitae | : View |
डॉ0 उमा सिंह ने इंदिरा गांधी राजकीय महाविद्यालय बांगरमऊ, उन्नाव में वर्ष 2006 में असिस्टेंट प्रोफेसर संस्कृत के रूप में अपनी सेवा आरंभ की तदोपरांत 2011 में महाराजा बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय आशियाना, लखनऊ तथा राजकीय महाविद्यालय तिलहर शाहजहांपुर में संस्कृत विभाग को अपनी सेवाएं प्रदान करते हुए वर्तमान में जुलाई 2024 से नेताजी सुभाषचंद्रबोस राजकीय महाविद्यालय, अलीगंज लखनऊ में कार्यरत हैं। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय ,लखनऊ से स्नातक, स्नातकोत्तर तथा शोध विषयक उपाधि अर्जित की।संस्कृत साहित्य में विशेषज्ञता के साथ वर्ष 2005 में काव्यसशास्त्र परंपरा में विद्याधर विरचित एकावली का योगदान विषय पर अपना शोधकार्य संपन्न किया तथा 2014 में यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की। राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय यूजीसी केयर लिस्टेड एवं रेफ्रीड जर्नल में 15 से अधिक शोधपत्र तथा 10 से अधिक लेख एवं शोधपत्र संपादित पुस्तकों में प्रकाशित है ।योग तथा आयुर्वेद एवं महिला स्वास्थ्य से संबंधित 3 पुस्तके संपादित हैं।वर्तमान में आपके निर्देशन में 3 शोध छात्र शोधरत हैं तथा आपके निर्देशन में सिंघानिया विश्वविद्यालय राजस्थान से एक शोध छात्रा पी एच डी की उपाधि प्राप्त कर चुकी है।अपने आयोजन सचिव एवं आयोजन समिति सदस्य के रूप में संस्कृति, उच्च शिक्षा तथा महिला स्वास्थ्य केंद्रित सेमिनार और वेबिनार के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका का वहन किया।वर्तमान में वैश्विक संस्कृत मंच अंतरराष्ट्रीय संस्था लखनऊ मंडल के अध्यक्ष के पद को धारण करते हुए संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार में संलग्न हैं।आपको नई शिक्षा नीति के क्रियानवयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने हेतु 2021 में उत्तरप्रदेश राज्य सरकार द्वारा शिक्षक सम्मान प्रदान किया गया। आप संस्कृत संस्थान उत्तरप्रदेश द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय वाल्मीकि जयंती तथा संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता में 15 वर्षों से निरंतर निर्णायक की भूमिका का निर्वहन करते हुए संस्कृत विषय एवं भाषा के विकास में अपना योगदान प्रदान कर रही हैं।
महाविद्यालय के स्थापना वर्ष 1997 में संस्कृत विभाग में अध्ययन अध्यापन आरंभ हुआ ।सर्वप्रथम डॉ0 मीना श्रीवास्तव द्वारा विभाग की अध्यक्षता करते हुए छात्राओं के हितार्थ अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए गए तद्नन्तर डॉ0 प्रेमा पाण्डेय ने निरंतर शिक्षा व विकास के द्वारा विभाग को गति प्रदान की । डॉ0 प्रेमा पांडेय के प्राचार्य पद को धारण करने के पश्चात डॉ0 उषा मिश्रा ने अपने अथक व कठिन परिश्रम से विभाग को नवीन उच्चतम उपलब्धियां प्रदान की। वर्तमान में विभाग डॉ0 उमा सिंह के निर्देशन में संचाल्यमान है। विभाग में लगभग 244 छात्राएं अध्ययनरत हैं तथा शोधकार्य का संपादन भी किया जा रहा है। अध्ययन अध्यापन के अतिरिक्त छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु विभागीय परिषद का गठन प्रत्येक वर्ष किया जाता है जिसका प्रतिनिधित्व छात्राओं द्वारा करते हुए अनेक शिक्षणेतर व सांस्कृतिक कार्यों में अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जाता है तथा समय समय पर संस्कृत दिवस एवं अन्य कार्यक्रमों, दिवसों, जयंतियों का आयोजन विभाग के क्रियाशीलता व उत्तरोत्तर अभिवृद्धि का परिचायक है।